शुक्रवार, 24 मई 2013

शिक्षा, संघर्ष और संगठन किसी भी समाज के विकास का बुनियादी आधार : राजेश कश्यप

 शिक्षा, संघर्ष और संगठन किसी भी समाज के विकास का बुनियादी आधार : राजेश कश्यप
  शिक्षा, संघर्ष और संगठन किसी भी समाज के विकास का बुनियादी आधार है। हमें इस आधार को मजबूत करने के लिए दृढ़ संकल्प लेना होगा। इसके साथ ही हमें व्यसनों और सामाजिक कुप्रथाओं के चक्रव्युह को भी भेदना होगा’। ये आह्वान हरियाणा कश्यप राजपूत सभा के जिला प्रधान राजेश कश्यप ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में गाँव जिन्दरान में आयोजित ‘महर्षि कश्यप जयन्ती’ समारोह में उपस्थित लोगों से किया। श्री कश्यप ने सामाजिक सद्भावना और विकास पर जोर देने के साथ-साथ युवाओं को पथभ्रष्ट होने से बचने और कामयाबी हासिल करने के अपने विचार भी सांझा किए। उन्होंने कश्यप समाज के संघर्ष की प्रगति और भावी रूपरेखा रखने के अलावा महर्षि कश्यप पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मोहम्मद जमालुद्दीन ने कहा कि हमें समाज में शांति और सौहार्द प्रगाढ़ करना चाहिए और नेक-नीयत से सच्चाई के रास्ते पर चलना चाहिए। हरियाणा अम्बेडकर संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष मनजीत सिंह दहिया ने अपने संबोधन में कहा कि जब तक हम नशे की बुराईयों को नहीं छोड़ेंगे, शिक्षा पर जोर नहीं देंगे और एक-दूसरे का सम्मान नहीं करेंगे, तब तक हम तरक्की हासिल नहीं कर सकते। समाजसेवी मनोहर लाल चांदीवाल ने कहा कि किसी भी समाज की धुरी युवा होते हैं। इसलिए युवाओं को आगे आना ही होगा। समारोह को महेन्द्र सिंह, जयभगवान कश्यप, सत्यवान कश्यप, रणबीर सिंह, धर्मेन्द्र कश्यप आदि ने भी संबोधित किया।

समारोह में मनजीत सिंह दहिया, मोहम्मद जमालुद्दीन, मनोहर लाल चांदीवाल आदि विशिष्ट अतिथियों के अलावा महेन्द्र सिंह, रणबीर सिंह, लछीराम, धर्मेन्द्र, श्रीभगवान, मनोज कश्यप, हरिराम, सत्यवान, जयभगवान, बिजेन्द्र, कृष्ण सुरेश, स्वाति, राजेश, प्रदीप, अजय आदि गणमान्य लोगों एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर सामाजिक शांति, सद्भावना और सौहार्द यज्ञ का आयोजन किया गया और वरिष्ठ गणमान्य लोगों व युवाओं ने आहुतियां डालीं। इसके साथ ही बुराईयों को त्यागने का संकल्प लिया। इस मौके पर भण्डारा भी लगाया गया।

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